आदमी परिपक्व उम्र बढ़ जाने और बूढ़े हो जाने से ही नहीं होता बल्कि आदमी को परिपक्व उसके बुरे दिन ,
बुरी हालात और बुरा समय बनाता है ।
आज तक कोई भी व्यक्ति ऐसा नहीं है कि जिसके अच्छे दिन , अच्छी हालात और अच्छे समय ने परिपक्वता प्रादान की हो ।
निष्कर्ष :--
परिपक्वता का कोई समय निर्धारित नहीं है ।
यह कभी भी किसी को भी किसी भी बुरी परिस्थितियों से प्राप्त हो सकती है ।
खुद से परिपक्वता साबित करना महामुर्खता है ।
परिपक्व लोग आप की बातों से ही एहसास कर लेते हैं कि आप कितने परिपक्व हैं ।