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मंगलवार, 31 अक्तूबर 2023

सच्चाई कहीं रक्खी हुई नहीं है ।

सच्चाई कहीं रक्खी हुई नहीं है ।

 कि जब चाहें आप उसे खरीद लें ।

 सच्चाई तो सिर्फ आप के दिल में है ।

 झूठ को कहीं से सीखने की जरूरत नहीं पड़ती ।

 झूठ तुमको , तुम्हारी जरुरतें सिखा देती हैं ।

 तुम्हारी जरुरतों ने झूठ को इतना बढ़ा दिया है । 

कि अब हर पल तुम्हारी जिंदगी ,

सिर्फ झूठ के बल पर ही कट रही है ।

यही वजह है कि सच के एक भी अल्फाज़ , अब 

तुम्हें अपने जुबान पर लाने में अपराध जैसे लगते हैं ।


रविवार, 29 अक्तूबर 2023

परंपराएं

धार्मिक परंपराओं को जड़ से मिटाने का प्रयास करने वाले लोग भी हैं , और धार्मिक परंपराओं को क़ायम रखने वाले लोग भी हैं ।

जो धार्मिक परंपराएं सदियों से और कई पुस्तों से चली आ रहीं हैं । उन धार्मिक परंपराओं में किसी भी प्रकार या माध्यम से छेड़छाड़ करना उचित नहीं है । अपनी - अपनी आस्थाओं , मान्यताओं और परंपराओं के मुताबिक जो जैसे ख़ुश हैं । उसमें उन्हें ख़ुश रहने दिया जाना चाहिए ।

इसके अलावा आज के परिवेश में कुछ एैसी भी धार्मिक और सामाजिक परंपराएं उत्पन्न हो रही हैं , कि जिनकी कभी किसी ने कल्पना भी नहीं की थी ।

शनिवार, 28 अक्तूबर 2023

स्वतंत्र यूनिवर्सिटी

इस दुनियां से बड़ी यूनिवर्सिटी कहीं नहीं है ।

यहां स्कूल , कालेज और यूनिवर्सिटीयों जैसी पढ़ाई करने के लिए कहीं भी जाने की कोई आवश्यकता नहीं पड़ती है । यहां लिखने और पढ़ने की भी , कभी कोई जरूरत नहीं होती है ।

यहां की शिक्षा अमीर लोगों की नक़ल करना है । नौजवान से लेकर बूढ़े तक और ग़रीब से लेकर अमीर तक के सभी लोगों के लेक्चर को सुनना पड़ता है । निडर होकर बेबाक अंदाज में बात करना पड़ता है । इसी बीच अपने जीविकोपार्जन के लिए कड़े परिश्रमों से भी गुजरना पड़ता है ।

अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए स्वयंम के विचारों में बहुत गहराई तक डूबना ही ज्यादा उपयोगी होता है ।

इसी यूनिवर्सिटी से निकले हुए छोटे , बड़े प्रोफेसर लोग देश चलाते हैं ।

जो लोग डिग्री के बल पर सर्वोच्च पदों को प्राप्त करते हैं । वे लोग भी स्वतंत्र यूनिवर्सिटी के प्रोफेसरों के गुलाम होते हैं ।

जरुरत पड़ने पर स्वतंत्र युनिवर्सिटी के प्रोफेसर डिग्री धारी अधिकारियों की डिग्रियों को उनके मुंह पर मार देते है ।

गुरुवार, 26 अक्तूबर 2023

शोषण और छल

जब कोई अकेली लड़की या औरत अपनी संभावनाओं को तलाशने के लिए घर से निकलती है , तो वह शोषण का शिकार बनती है ।

जब कोई लड़का या मर्द अकेले अपनी संभावनाओं को तलाशने के लिए घर से निकलते हैं , तो वह छल का शिकार होते हैं ।

दोनों पक्षों में कोई सुरक्षित नहीं है ।

जिंदगी में कभी न कभी । किसी न किसी मोड़ पर उपरोक्त का शिकार तो होना ही है ।

शोषण और छल करने वाले किसी दूसरे ग्रह या गोले से नहीं आते हैं । यह लोग इसी धरती पर हमारे समाज में , हमारे आस-पास ही , अपने शिकार की तलाश में लगे रहते हैं ।

सोमवार, 23 अक्तूबर 2023

सारांश

अगर एक से पांच मिनट की शार्ट विडियो मुख्य उद्देश्यों को दर्शा सकतीं हैं , तो एक से पांच लाईन का कंटेंट , लंबे व्याख्यान का सारांश नहीं हो सकता है क्या ?

शनिवार, 21 अक्तूबर 2023

सोशल मीडिया पर पेज और चैनल

दुनियां में हर इंसान पैसा कमाना चाहता है ।

पैसा कमाने के लिए कभी-कभी वह उस हद से भी गुजर जाता है ।

जिसके लिए उसका दिल कभी गवारा नहीं करता  ।

आप के जिंदगी में क्या प्राब्लम है ?

कैसी घुटन है ? 

कैसा दर्द है ?

इस मामले में मैं कोई चर्चा नहीं करुंगा क्यों कि यह आप सभी लोगों का अपना - अपना निजी मामला है । मतलब यह है कि पुरे समाज में सभी के अपने - अपने तरीके हैं , जिसके मुताबिक सुख और दुःख हैं  ।

सभी के सीनों में एक दर्द है । एक सपने हैं , जिसे पूरा करने की चाहत और दर्द एवं घुटन से उसे दूर होने की उम्मीदें दबी पड़ी हैं । इस लिए इस टापिक को छोड़ता हूं ।

पैसा कमाने के लिए अब सोशल मीडिया भी अवसर दे रही है और बहुत सारे लोग हैं , जो अच्छी-खासी इनकम भी करते हैं ।

वाट्सएप , फेसबुक , इंस्टाग्राम , टेलीग्राम , स्नैपचैट ,

ट्विटर , यूट्यूब इत्यादि ।

कहीं भी जा कर अपना एकाउंट बना लीजिए और अपने अनुभव , अपने टैलेंट के अनुसार काम करिए ।

आप से एक बार सिर्फ एकाउंट वेरिफिकेशन किया जाता है । जिससे पता चल सके कि कोई और नहीं बल्कि एकाउंट क्रिएट करने वाले आप ही है ।

आप के किसी पोस्ट पर एप्रुवल लेने की जरूरत नहीं पड़ती यही कारण है कि आज जितनी भी सोशल साईटें हैं सभी में करोड़ों से उपर लोग हैं ।

फेसबुक में आप को पेज़ और ग्रूप बनाने का विकल्प दिया जाता है और लोग बनाते भी हैं ।

कुछ ग्रूप ऐसे हैं , जिसमें ज्वाइन करने पर मेम्बर बना दिया जाता है । आप के पोस्ट को एप्रूवल की कोई आवश्यकता नहीं होती । 

जैसे फेसबुक पर पोस्ट करते ही पब्लिक में शो होती है वैसे ही ग्रूप में भी शो होती है ।

यही कारण है कि उन ग्रूपों में भी लाखों और करोड़ों लोग जुड़े हुए हैं ।

अगर आप ने कोई ग्रूप बनाया है , तो अपनी शर्तों को पहले ही बताएं , जिससे जुड़ने वाले लोग आप की शर्तों के मुताबिक जुड़ सकें ।

हर पोस्ट पर एप्रूवल जरुरी है , और एडमिन जिसकी पोस्ट को चाहे एप्रूफ दे कर पोस्ट करें , जिसकी पोस्ट को चाहें पेंडिंग में डाल कर न करें ।

ऐसी परिस्थितियों में ग्रूप ग्रो कैसे करेगा और ज्यादा से ज्यादा लोग कैसे जुड़ सकेंगे ।

कभी-कभी ऐसा भी होता है कि जुड़े हुए लोग ग्रूप को छोड़ने लगते हैं , और अगर पड़े भी रहते हैं तो कोई पोस्ट नहीं करते । अगर कोई नोटिफिकेशन आता भी है तो उसे देखने के बजाय स्क्रीन पर से ही स्कीप कर के हटा दिया जाता है ।

मेरे कहने का उद्देश्य मात्र इतना ही है कि कोई भी ग्रूप बनाएं तो उसमें आप कैसी पोस्ट चाहते हैं  । अपने नीयम और शर्तों को बता दें , जिससे जुड़ने वाले लोग अपनी हद में पोस्ट और कमेन्ट कर सकें , यदि कोई अभद्रता करता है , तो उसे नोटिस करें उसपर भी न माने तो एकाउंट ब्लॉक कर दें ।

लेकिन ग्रूप या चैनल जो कुछ भी हो उसमें जुड़ने वाले लोग अपने विचारों को , अपने लेखों को , अपने कलाओं को  , सीधे प्रस्तुत करने का मौका प्राप्त कर सकें  । एप्रूवल वाले मामले में जब ज्यादा लोग जुड़े होते हैं , तो एडमिन को इतना समय भी नहीं मिलता कि वह यह देख सकें कि कौन सी पोस्ट एप्रूफ हो चुकी है और कौन सी पोस्ट अभी पेंडिंग में पड़ी हुई है ।

प्लेटफार्म स्वतंत्र होना चाहिए जब फेसबुक , इंस्टाग्राम टेलीग्राम , स्नैपचैट आदि ने एप्रूवल की सीमा को हटा चुकीं हैं , जिसका परिणाम दुनियां के सामने है । आज़ ये मिडिया उस मुकाम पर हैं , कि जहां हम और आप भी उन्हीं के प्लेटफार्म पर काम करते हैं । हमारा या आप का कोई पर्सनल एप या सोशल मीडिया का कोई साईट नहीं है।

संक्षिप्त में इतना ही काफी है । आगे आप के पेज़ हैं । आप का चैनल है । आप का विचार है , और आप की मर्जी है ।



शुक्रवार, 13 अक्तूबर 2023

इस दुनियां में

1 - मैं इस दुनियां में मुकम्मल भेजा गया था ।
मुझे मालूम नहीं था, कि यहां दिलों को , सपनों को , घरों को , समाजों को , रिश्तों को मतलब हर तरह से तोड़ने वाले लोग भी मिलते हैं । जिन सपनों को अपने दिलोदिमाग में बरसों सज़ा के रक्खा था , अब टुकड़े समेटने पे भी कोई अक्श नहीं मिलता ।

2 - मैं इस दुनियां में मुहब्बत से , मुहब्बत के लिए
मुहब्बत लेकर आया था ।
मुझे मालूम नहीं था , कि यहां नफरत और दर्द देने वाले लोग भी मिलते हैं ।

3 - मैं इस दुनियां में जिसके माध्यम से आया ।
उसी ने मुझे रिश्तों के जाल में फंसाया ।
मुझे मालूम नहीं था , कि यहां रिश्तों का कोई मोल नहीं होता । यहां रिश्तों को तार - तार करने वाले लोग भी मिलते हैं ।

4 - मैं इस दुनियां में सच्चाई , इमानदारी , प्रेम और अपनापन लेकर आया था । मुझे मालूम नहीं था कि यहां सच को झूठ और झूठ को सच साबित करने वाले लोग भी मिलते हैं ।

5 - मैं इस दुनियां में आया तो मुझे दूध पीने को मिला । जिसने मुझे दूध पिलाया उसी ने मुझे तरह - तरह के खाने भी खिलाये । मुझे मालूम नहीं था , कि यहां गांजा ,

भांग ,

चरस , अफ़ीम , स्मैक , ताड़ी , शराब पीने और पिलाने वाले लोग भी मिलते हैं ।

6 - मैं इस दुनियां में आया तो मुझे मालूम नहीं था , कि इस दुनियां में मुझे किसने भेजा है ?
मैं जिसके माध्यम से इस दुनियां में आया , तो उसी ने मुझे बताया कि तुम्हें इस दुनियां में किसने भेजा है ।

7 - मैं इस दुनियां में आया तो मुझे मालूम नहीं था कि दुःख दर्द सुन कर हंसने , मज़ाक उड़ानें और खुश होने वाले लोग भी मिलते हैं ।

इस लिए तुम अपनी सारी बात । सभी दुःख दर्द और जरुरतें , उसी से कहो जिसने तुम्हें इस दुनियां में भेजा है , वो कभी हंसेगा नहीं । वो कभी मज़ाक नहीं उडाएग । वो बहुत खुश होगा , कि मेरे बन्दे ने आज मुझसे कुछ कहा है ।

मंगलवार, 3 अक्तूबर 2023

सामान के बदले सामान

वही दौर अच्छा था । जब लोग सामान के बदले सामान लिया और दिया करते थे ।
तब आपसी प्रेम भी बहुत ज्यादा था ।
जबसे नोट की धुर्री पर दुनिया आयी तब से विभिन्न प्रकार के अपराध और विवाद बढ गये हैं । भाई - भाई से दूर हो रहा है । बेटा बाप से दूर हो गया है । कोई पागल हो जाता है , तो किसी का हार्ट अटैक हो जाता है , कोई गलत राह चुन लेता है , तो कोई संन्यास ले लेता है ।