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शनिवार, 11 मई 2019

नागरिक

भारत देश का नागरिक होने के कारण हर पहलू पर
गहराई से मंथन करने के बाद एक भय सा लगने लगता है, पाता नहीं क्यों पिछले एक साल से मुझे ऐसा लगता है कि कहीं 2019 में पुनः सरकार बनाने से पहले भारत
देश के कई टुकड़ों में विभाजित हो जाने की खबर न आ जाये ।
जैसे सोवियत संघ रातों रात सात टुकड़ों में बट चुका था
यह खबर सुबह लोगों ने समाचार पत्रों से जाना ।

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