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मंगलवार, 31 अक्तूबर 2023

सच्चाई कहीं रक्खी हुई नहीं है ।

सच्चाई कहीं रक्खी हुई नहीं है ।

 कि जब चाहें आप उसे खरीद लें ।

 सच्चाई तो सिर्फ आप के दिल में है ।

 झूठ को कहीं से सीखने की जरूरत नहीं पड़ती ।

 झूठ तुमको , तुम्हारी जरुरतें सिखा देती हैं ।

 तुम्हारी जरुरतों ने झूठ को इतना बढ़ा दिया है । 

कि अब हर पल तुम्हारी जिंदगी ,

सिर्फ झूठ के बल पर ही कट रही है ।

यही वजह है कि सच के एक भी अल्फाज़ , अब 

तुम्हें अपने जुबान पर लाने में अपराध जैसे लगते हैं ।


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