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बुधवार, 14 अक्तूबर 2020

नफ़रत

मैं जिसे मानता हूं तो ऐसे मानता हूं कि जैसे मेरी जान उसके अन्दर बसती है लेकिन जब नफ़रत हो जाती है तो ऐसी नफ़रत करता हूँ कि जैसे लोग नर्क से नफरत करते हैं ।

मंगलवार, 13 अक्तूबर 2020

एक अकेला

एक अकेला आदमी अगर अपनी जिद पर उतर जाए तो करोडो आदमी की जिंदगी बर्बाद और खत्म कर सकता है ।

शनिवार, 10 अक्तूबर 2020

संभावनाएं

जहाँ बुद्धिमान लोग ज्यादा रहते हैं वहां काम बिगड़ने की संभावनाएं ज्यादा होती हैं । 
जहां मुर्ख लोग ज्यादा होते हैं वहां भी काम बिगड़ने की 
संभावनाएं ज्यादा होती हैं ।
जहां मुर्ख और बुद्धिमान दोनों तरह के लोग होते हैं वहां 
काम बनने की संभावनाएं ज्यादा होती हैं चाहे मुर्ख काम बना ले या बुद्धिमान ।

शुक्रवार, 9 अक्तूबर 2020

बच्चा बच्चा

कुछ लोगों को देश का बच्चा बच्चा जानता है लेकिन वे
देश के बच्चे बच्चे को नहीं बल्कि अपने और अपने कुछ लोगों के परिवार और उनके बच्चों को जानते हैं ।

मंगलवार, 29 सितंबर 2020

पैसा

इस दुनियां में अनेक प्रकार के लोग हैं ।
किसी को समझना मुश्किल है तो किसी को समझाना मुश्किल है । विचारों से सभी के ताल मेल नहीं बैठते लेकिन पैसे से सभी के ताल मेल बैठ जाते हैं ।

सोमवार, 28 सितंबर 2020

भूख

भूख कई तरह की होती है ।
किसी की भूख मिटाने से पहले यह समझ लें कि उसे किस तरह की भूख है और उसे मिटा पाने में आप सछम हैं या नहीं । कहीं ऐसा न हो कि आप किसी की भूख मिटाने के चक्कर में खुद ही न मिट जाएं ।

रविवार, 27 सितंबर 2020

एक वाक्य

अपशब्दों से भरी हुई । घृणा से भरी हुई । अपमानित के नजरिये से । आप के द्वारा बोला गया एक वाक्य किसी को अर्थविछिप्त , हाईपर टेन्शन , ब्रेन हैमरेज, हाई ब्लडप्रेशर , हर्ट अटैक , विद्रोही , क्रिमिनल , दुश्मन , और आप से हमेशा के लिए दूर भी कर सकती है ।
इस लिए हमेशा बोलते समय अपने वाणी पर संयम और 
लगाम रक्खें ।

मंगलवार, 22 सितंबर 2020

नाराज़

तुम रुठ कर ही क्या करोगे जब तुम्हें कोई मनाने वाला ही नहीं है । रुठा तो तब जाता है जब आप का कोई हो जिसे आप की चिंता हो जो आप के सुख दुःख और भावनाओं को समझता हो ।
ये अलग बात है कि आप अपनी किस्मत से या अपने आप से नाराज होते हों  । ऐसे में किसी की जरुरत नहीं चाहे कोई हो या न हो ऐसे में सिर्फ दो ही लोग होते हैं ।
1- आप की अन्तर आत्मा ।
2- आप का रब ( ईश्वर )
दिल की वेदना सिधे वहाँ तक पहुंचती है मगर शर्त यह है कि दिल साफ और ईमानदारी से भरा होना चाहिए ।

सोमवार, 21 सितंबर 2020

अमीर

कुछ लोग सारी जिंदगी किसी के नहीं हो पाते 
कुछ लोग अजनबी को भी अपना बना लेते हैं ।
कुछ लोगों के पास सब कुछ होते हुए भी कुछ नहीं होता 
और कुछ लोगों के पास कुछ भी न होकर सब कुछ होता है क्यों कि ऐसे लोग दिल और दिमाग के बहुत अमीर होते हैं ।

शनिवार, 19 सितंबर 2020

विरासत

उसके पास इतना था कि उसने पुर्खों की विरासत को रखा लिया , तुम्हारे पास तो भूजी भांग भी नहीं है कि तुम कोई विरासत को बचाओ तुम पेट की आग बुझाओगे की किसी की विरासत देखोगे  ।

शुक्रवार, 18 सितंबर 2020

सोमवार, 14 सितंबर 2020

शिकार

सुख औ दुख , बिमारी और मौत , अमिरी और गरीबी ये 
ऐसी सच्चाई हैं कि जिससे इनकार नहीं किया जा सकता हर आदमी इनमें किसी न किसी का शिकार तो होता ही है अंत में जब मौत का शिकार होता है तो जिंदगी की पूरी कहानी ही मिन्टों में समाप्त हो जाती है ।
अचरज की बात तो ये है कि जब इसमें से कोई भी चीज आती है तो अचानक आ जाती है ।
कभी यह नहीं कहती कि मैं आ रही हूं ।

मंगलवार, 8 सितंबर 2020

खूंन

अच्छाई के लिए बहाया गया या बुराई के लिए बहाया गया अपने लिए बहाया गया या अपनों के लिए बहाया गया ।
देश के लिए बहाया गया या देश के नेताओं के लिए बहाया गया । पैसे के लिए बहाया गया या रुतबे के लिए बहाया गया । रिश्तों के लिए बहाया गया या औलाद के लिए बहाया गया। खूंन और पसीना जिसके लिए बहाया जाता है उसको इसकी कीमत का एहसास नहीं होता लेकिन जो बहाता है वो जानता है कि खूंन और पसीना बहा कर क्या खोया है और क्या पाया है ।

रविवार, 6 सितंबर 2020

सफर

कभी कभी मंजिल के बहुत करीब हो कर भी मिनट भर में सब कुछ बिखर जाता है हम वहीं पहुँच जाते हैं जहाँ से हमने सफर को शुरु किया था ।

शनिवार, 5 सितंबर 2020

अन्त

किसी भी चीज के सुरुआत का रास्ता तो सभी ढूँढ लेते हैं
मगर उसके अंत के बारे में कोई नहीं जानता ।

रविवार, 23 अगस्त 2020

अनपढ

मुर्ख और अनपढ में फर्क होता है ।
मुर्ख सही और गलत के फर्क को नहीं समझ पाता ।

अनपढ सिर्फ पढना लिखना नहीं जानता सूझ बूझ
और चालाकी के मामले में पढे लिखे लोगों को भी
चुना लगा देता है ।

शनिवार, 22 अगस्त 2020

रिश्ता

सब्र और विश्वास का नाम है रिश्ता ।
कोई भी रिश्ता शर्तों पर नहीं निभाए जाते ।
संबंधों में शर्तें हो सकती हैं मगर रिस्तों में नहीं ।

शुक्रवार, 21 अगस्त 2020

मुस्कान

तुमको या तुम्हारी हैसियत को छीनना कोई बहुत बड़ी
बात नहीं है और न मेरे लिए मुश्किल का काम ,
छीनने वाले तो होठों की मुस्कान तक छीन लेते हैं ।

सोमवार, 10 अगस्त 2020

कायनात

वक्त के आगे तुम एक तिनके के बराबर भी नहीं हो
जिसके आगे पूरी कायनात झुकती है ।

पानी

नायक-  "बारिश ने अपने पानी की चादर में ओढा कर मुझे भी। पानी पानी कर दिया ,। 

नायिका -  "और आप पानी की चादर ओढ़े 
हुए मुझे अपने आप से लिपटा कर मुझे भी पानी पानी
कर दिये हैं । अभी तक तो कुछ सुखा था कुछ गीला था
मगर अब तो सब कुछ भीग चुका है ,।