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सोमवार, 10 अगस्त 2020

पानी

नायक-  "बारिश ने अपने पानी की चादर में ओढा कर मुझे भी। पानी पानी कर दिया ,। 

नायिका -  "और आप पानी की चादर ओढ़े 
हुए मुझे अपने आप से लिपटा कर मुझे भी पानी पानी
कर दिये हैं । अभी तक तो कुछ सुखा था कुछ गीला था
मगर अब तो सब कुछ भीग चुका है ,।

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