सुख औ दुख , बिमारी और मौत , अमिरी और गरीबी ये
ऐसी सच्चाई हैं कि जिससे इनकार नहीं किया जा सकता हर आदमी इनमें किसी न किसी का शिकार तो होता ही है अंत में जब मौत का शिकार होता है तो जिंदगी की पूरी कहानी ही मिन्टों में समाप्त हो जाती है ।
अचरज की बात तो ये है कि जब इसमें से कोई भी चीज आती है तो अचानक आ जाती है ।
कभी यह नहीं कहती कि मैं आ रही हूं ।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें