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गुरुवार, 15 नवंबर 2018

मौत

मौत एक गहरी नीद के सिवा कुछ भी नही ।
जब ये आजाती है तो फिर कभी नही खुल्ती ।
यही एक ऐसी नींंद है जिसमे जिस्म का सब कुछ सो जाता है स्वास भी ।

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