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गुरुवार, 26 अगस्त 2021

प्रकृति का जो नीयम है

प्रकृति का जो नीयम है , जो स्वभाव है उसे ( ईश्वर ) अल्लाह के सिवा दुनियां का कोई भी व्यक्ति न बदल सकता है और न कोई बदलाव कर सकता है ।
इससे छेड़खानी करना मानव जीवन को विनाश की ओर ले जाने के बराबर है 

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