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मंगलवार, 14 जनवरी 2020

अर्निंग एप्स का फ्राड

अर्निंग एप्स का फ्राड
दोस्तों अगर आप Android एप यूज करते हैं तो आप ये जानते हैं कि प्ले स्टोर में और एडवर्टाईज में बहुत सारे एप दिखाये जाते हैं । जो आप को ये बताते हैं कि इसे यूज करें और ढेरों पैसे कमयें । अब इसमें भी दो सिस्टम है।
1- अपने दोस्तों और परचितों को रिफर कर के भी कमाएं।
2- बिना रिफर किये ही कमाएं।
पहले वाले रिफर कर के पैसे कमयें वाले क्या करते हैं।
जब आप एप को रिफर करतें हैं तो सामने वाले को बिना रिफरल कोड के डाले ही एप एकटिवेटिंग की सुविधा दे देते हैं। अब आप क्या हैं सिर्फ एप के प्रचारक। आप यही सोंचते होंगे की मैने तो पांच सौ लोगों को रिफर कर दिया इसमें से सौ पचस तो कर ही लेंगे मगर आप के रिफर किये गये लेवल को जब आप देखेंगे तो 0 बताता है।
रिफरल लेवल में एक्टिव मेम्बर्स को शो करता है वो भी 0 । इस तरह आप कभी भी रिफर कर के मेम्बर्स नहीं बना पाएंगे क्यों कि आप से रिफर करवाने का दो मक़सद होता है। 1- आप रिफर करते रहें जिससे इनका प्रचार होता रहे।
2- आप जो रिफर करते हैं उसमें बिना आपके कोड को डाले एक्टिव कराने से कंपनी रिफरल बन जाती है। कंपनी का रिफरल कोड आटोफिल हो जाता है।
अब बात आती है बिना रिफर किये कमाने का तो इसमें भी दो सिस्टम है।
1- आप गेम या एप का टाक्स पूरा करते रहें 200रु के नीचे आप रिडीम नहीं लगा सकते। जिस दिन दो सौ हो जाएगा तब आप रिडिम करेंगे उस वक्त कहेगा कि 60रू ट्रराजेक्शन चार्ज करेगा इस लिए 60₹ और करें जब 60₹ पुरा कर के रिडिम करिएगा तो केवाईसी अपडेट के लिए कहेगा जब आप केवाईसी करेंगे तो आप का सारा बैलेन्स जीरो कर के फिर से एप शुरू हो जाएगा।
2- सिस्टम यह है कि आप से दस या बीस लोगों को रिफर करवा कर एक्टिव युजर मागेगा जो कभी होने ही नहीं देगा।
इस मामले में मेरा विचार यह है कि अगर एप वाले रिफर ऐड अर्न का आप्सन देते हैं तो एप युजर कितने लोगों को रिफर किया है सभी का नाम और मोबाइल नम्बर एप में दर्शाएं ताकि यह पता चल सके कि कौन कौन एक्टिव मेम्बर्स हुआ और कौन बाकी है।
इससे युजर कान्टेक्ट या मैसेज से पता कर लेगा कि अगर वो मेरे रिफर से एप यूज करता है तो मेरे एक्टिव मेम्बर्स लिस्ट में क्यों नहीं दिख रहा है। इसका मतलब कंपनी ने बिना रिफरल के एप लोड करने का आप्सन उपलब्ध करा के अपना रिफरल कोड आटोफिल कर लिया है।
2- कंपनी को चाहिए कि अगर कोई एड देख कर डाउनलोड करता है तो कोई बात नहीं मगर यदि कोई युजर एप को यूज करता है और किसी को रिफर करता है तो उसे बिना रिफरल कोड के डाउनलोड न होने दिया जाए।
कंपनी अपने एप में पारदर्शिता और ईमानदारी बरते जिससे एप युजर होपलेस एवं निराश न हो सकें।
लोगों से,,,,,,,,,,,,
लोगों से मै यही कहूंगा कि आप लोग इस तरह के फाल्तु एपों में न फंसे न ही अपना वक्त बर्बाद करें।
मैं सर्च कर रहा हूँ जिस दिन मुझे जेनविन एप मिलेगा मैं
आप लोगों को बताऊंगा। तबतक आप लोग नेट द्वारा अपने नालेज को डेवलप करें।
मेरे ब्लाग को पढने का बहुत बहुत शुक्रिया।

शुक्रवार, 10 जनवरी 2020

सोंच


आप अपने बारे मेँ सोचते हैँ या उसके बारे मेँ जिसे आप अपना समझते हैँ लेकिन उपर एक अल्लाह (ईश्वर ) भी है जो पूरी दुनियाँ के बारे मे सोँचता है ! आप जो सोँचते हैँ उसे अल्लाह (ईश्वर) जानता है मगर अल्लाह ( ईश्वर) जो सोँचता है उसे आप तो क्या पुरी दुनियाँ नहीँ जानती इस लिए मेरे भाई मेरे दोस्त किसी के बारे मेँ अच्छा नहीँ सोँच सकते तो बुरा भी मत सोँचो क्यों कि तुम्हारी सोँचो से दुनियाँ नहीँ चलती उसकी सोँचो से दुनिया चलती है उसकी मरजी के सिवा कुछ नहीँ होता ! अगर आप के समझ मेँ कुछ नही आता तो आप के उपर कितने हक और कितने फर्ज हैँ उसका पता लगाएँ और इतना ही सिर्फ करेँ यह भी एक इबादत (परम सेवा) है !

गुरुवार, 9 जनवरी 2020

ग्यान

ग्यन की गहराई को आज तक कोई नाप न पाया।
अगर कोई कहता है कि मैने नाप लिया है तो वो आवे
मैं उनसे मिलना चाहता हूँ ताकि मैं भी कुछ ग्यान प्राप्त कर सकूं।

शनिवार, 4 जनवरी 2020

फार्मूले

झूठ, बेइमानी, लूट, हत्या, चुगुलखोरी और लोगों को बेवकूफ बनाकर छलने के लिए जो हर घडी नये नये
फार्मूले तैयार करने में लगे रहते हैं।
उन्हें शायद यह नहीं पता कि ये सारी चीजें इसी धरती पर घूमती रहती हैं। वे रहे या न रहे लेकिन एक दिन ये सारे फार्मूले किसी न किसी के द्वारा उनके घर भी पहुंचेगा वे भले ही न हों लेकिन उनके ,अपने, घर वाले और रिश्तेदार तो मिलेंगे जो इन फार्मूलों के शिकार होंगे।

गुरुवार, 2 जनवरी 2020

दुनिया

इस दुनिया को बनने का कारण इंसान है
और इस दुनिया को मिटने का कारण भी इंसान ही होगा।

रविवार, 29 दिसंबर 2019

कोशिश ( प्रयास )

आज मैने अपने इस ब्लॉग पर अपने युट्यूब चैनल से
एक विडियो भेजना चाहा जब मैने अपने युट्यूब चैनल
से एक विडियो ब्लॉग पंर सेन्ड किया तो सक्सेजफुल
हो गया। बहुत खुशी हुई। फिर लौट कर ब्लॉग पर गया
तो देखा विडियो का लिंक आया था।
जब लिंक को टच किया तो, काँपी, सलेक्टआल, और वेब सर्च का आप्सन आया जब वेबसर्च को टच
किया तो विडियो चैनल पर खुल गई।
जब की मुझे अपने ब्लॉग पर लिंक नहीं डायरेक्ट विडियो चाहिए थी।
कारण कि बहुत सारे लोग हो सकता है कि वो ये न समझ पाएं की इस लिंक को भी टच कर के देखना पड़ेगा। इसके अलावा लिंक से ज्यादा विडियो अटरैक्ट
करता है। मुझे नहीं पता कि लिंक को कितने लोगों ने
खोला होगा और कितने लोग नहीं समझ पाए होंगे।
अब फिर से इसका डिटेल तलाश करूंगा कि ब्लॉग पर
सीधे विडियो जा सके।
यदि यह सम्भव नहीं हो सका तो फिर सोचुंगा कि विडियो अपलोड करूं या सिर्फ़ ब्लॉग ही लिखें।

बिजली स्पार्किंग विडियो

https://youtu.be/lOrYb-lcR5I

बुधवार, 25 दिसंबर 2019

फोन

फोन
कभी भी कहीं भी आजाता है
उसे यह नहीं पता कि आप किस परिस्थिति में हैं।
बाईक चलाते हुए, या इमरजेन्सी में, नहाते समय,
लैट्रिंग रूम में, मीटिंग में, श्यमशान में, किसी की
मृत्यु में, कहीं भी किसी भी हाल में हों इससे फोन करने
वाले को कोई फर्क नहीं पड़ता।
ऐसी ही हालात में हार्ट अटैक, ब्रेन हैमरेज, एक्सीडेंट
इत्यादि होते हैं।
शुभ चिंतकों, मित्रों, घर वालों और परिवार वालों को
चाहिए कि एक बार फोन किया और रिसीव नहीं हुआ
तो बार बार फोन न करे।
जब अगला व्यक्ति फ्री होगा तो काल बैक करेगा।
दूसरा विकल्प है कि मैसेज कर दें।
तीसरा विकल्प वाटसेप कर दें।
फोन अच्छी चीज़ है इसको बेहतर ढंग से इस्तेमाल करें
न कि किसी के मौत का कारण बनें।
जब भी बात करें तो हैस्ते हुए या प्रेम पुर्वक बात करें
कभी भी तनाव भरी या गुस्से वाली बात न करें।
कोई सीरियस बात हो तो उसे हमेशा मिलकर आमने
सामने होकर ही करें।

रविवार, 22 दिसंबर 2019

अक्सर याद आते हैं

कुछ  बीते  हुए  पल
कुछ  बीती  हुई  बातें
कुछ  बीते  हुए  कल
कुछ  बीती  हुई  रातें
अक्सर याद आते  हैं।

एक दिन ऐसा भी था
जब दिल चाहता था कि कभी शाम न हो।
एक रात ऐसी भी थी
जब दिल चाहता था कि कभी सुबह न हो।
एक पीरियड ऐसा भी था
जब दिल चाहता था कि कभी घंटी न लगे।
एक साथ ऐसा भी था
जब दिल चाहता था कि इसी तरह सिर्फ
चलते रहें और रास्ता कभी खतम न हो  ।
एक बात ऐसी भी थी
जब दिल चाहता था कि कभी खतम न हो।
एक खत ऐसा भी था
जब दिल चाहता था कि सिर्फ पढते ही रहें
और कभी खतम ही न हो।
एक मुलाकात ऐसी भी थी
जब दिल चाहता था कि कभी जुदा न हों।
एक बारिश ऐसी भी थी
जब दिल चाहता था कि भीगते रहें कभी बंद न हो।
एक चांदनी रात ऐसी भी थी
जब दिल चाहता था कि चाँद पर बादल
छा जाए और अंधेरा हो जाए।
एक ठंड ऐसी भी थी
जब दिल चाहता था कि कभी गर्म
बिस्तर से न निकलना हो।
सब कुछ, हर चीज़, हर बात आज भी।
अक्सर याद आते हैं।

बुधवार, 18 दिसंबर 2019

मिले

बे वजह ,,,,,,,,,,,,,,,,,,
बे माकसद ,,,,,,,,,,,,,,,
अक्सर ,,,,,,,,,,,,,,,,,,
वो ,,,,,,,,,,,,,,
हर मोड़ पर ,,,,,,,,,,,,,,,
मिले। ,,,,,,,,,,,,,,,
कुछ बातें थीं ,,,,,,,,,,,,,,,,
कुछ वादे थे। ,,,,,,,,,,,,,,,,,
जब ढूँढने लगे ,,,,,,,,,,,,,,,
तो ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
ला पता ,,,,,,,,,,,,
मिले। ,,,,,,,,,,,,,,,,