झूठ, बेइमानी, लूट, हत्या, चुगुलखोरी और लोगों को बेवकूफ बनाकर छलने के लिए जो हर घडी नये नये
फार्मूले तैयार करने में लगे रहते हैं।
उन्हें शायद यह नहीं पता कि ये सारी चीजें इसी धरती पर घूमती रहती हैं। वे रहे या न रहे लेकिन एक दिन ये सारे फार्मूले किसी न किसी के द्वारा उनके घर भी पहुंचेगा वे भले ही न हों लेकिन उनके ,अपने, घर वाले और रिश्तेदार तो मिलेंगे जो इन फार्मूलों के शिकार होंगे।
hello my dear friends. mai javed ahmed khan [ javed gorakhpuri ] novelist, song / gazal / scriptwriter. mare is blog me aapka dil se swaagat hai.
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शनिवार, 4 जनवरी 2020
फार्मूले
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