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शनिवार, 25 सितंबर 2021

बाधाओं से मुक्त होने का सिर्फ एक ही रास्ता है

कूछ बाधाएं हैं जो जिंदगी के साथ-साथ चलतीं हैं और जिंदगी के साथ खतम होती हैं ।
कुछ बाधाएं हैं जो खुद जब चाहेंगी तभी खतम होंगी ।
कुछ बाधाएं एसी होती हैं कि जिनके खतम होने के इंतजार में आधी से ज्यादा उम्र खतम हो जाती है । उस वक्त बाधाओं का कोई मतलब नहीं रह जाता , रहे या जाए ।
आवश्यकताओं के समय बाधा दुनिया के सबसे बड़ी दीवार से भी बड़ी लगती है ।
ऐसे में क्या करें ?
कोई भी बाधा आए उसको हटाने के प्रयास में अपना समय मत गवाएं ।
कभी भी बैठ कर उसे हटने का इंतजार मत करें ।
सभी प्रकार के बाधाओं से मुक्त होने का सिर्फ एक ही रास्ता है और वो ये है कि बाधाओं से उलझिए मत उससे अपना पिंड छुड़ा लिजिए , अपने आप को वहां से हटा कर दूसरा रास्ता पकड़ लें । एक ऐसा रास्ता जो आप को आप की मंजिल तक ले जा सके ।

शुक्रवार, 24 सितंबर 2021

आत्मा के साथ - साथ रहती है

उसके साथ में बीते हुए कुछ घंटों में ही , 
हमने अपनी पुरी जिंदगी जी ली थी । 
बेहतर है । तुम यही समझते रहो , कि 
हम दोनों एक दूसरे को जानते तक नहीं ।
उसकी जिंदगी में किसी न किसी को , 
एक दिन आना तो है ही , 
लेकिन हम दोनों की आत्मा , 
आज भी एक दूसरे के साथ - साथ ही रहती है ।

शनिवार, 18 सितंबर 2021

इलेक्ट्रॉनिक और मिडिया के दौर में

आप अपने महत्वाकांक्षाओं को , आप अपने कल्पनाओं को , आप अपने सपनों को , आप अपने लक्ष्य को , आप अपने ह्रदय की वेदनाओं को , आप अपने खुशियों को , आप अपने हर एक क्षंण को , आप अपने हर एक पल को , आप अपने हर एक विचाचारों को व्यक्त करने का अधिकार रखते हैं ।
ये सब ( आटोबायोग्रफी ) आत्मकथा के रुप में भी बहुत सारे लोग सम्मिलित करते हैं ।
सभी के अभिव्यक्ति की अलग - अलग भाषा शैली होती है।
सभी के कल्पनाशीलता की अलग-अलग प्रवाह होती है ।
आप सोचते होंगे कि इन चीजों का क्या महत्व ?
लेकिन ऐसा नहीं है , इस दुनियां में बहुत सारे लोग हैं ।
बहुत तरह के अनुभव और विचारों से भरे हुए हैं ।
आप की चीजें किसी के समझ से परे हो सकती हैं , लेकिन किसी के लिए सीख भरी , प्रेरणा दायक हो सकती हैं ।
कोई कहीं से कुछ सीख कर नहीं आता , सब कुछ लोग लोगों से ही सीखते हैं ।
आज के इलेक्ट्रॉनिक और मिडिया के दौर में यह जरूरी नहीं है कि जब आप से कोई मिले या आप किसी से मिलें तभी अपने चीजों को शेयर करें ।
आज शेयर करने के लिए बहुत सारी सोशल साइटें हैं , जिस पर आप विडियो के माध्यम से तथा लिख कर भी लोगों के बीच पेश कर सकते हैं । 
यह याद रखना आवश्यक है कि आप कभी भी किसी एक व्यक्ति को विशेष रुप से टारगेट न करें ।
कोई ऐसी बात न कहें और न लिखें कि जिससे सुनने या पढ़ने वाले को बुरा लगे ।
लोगों को कुछ सिखाएं या इंटरटेन करें या आगे और विकास हो इसके लिए साहस दें , सुझाव दें , प्रेरणा दें ।

बुधवार, 15 सितंबर 2021

अंतरात्मा से लेकर पुरे काया तक के बीच में बहुत सारी धरोहरें हैं

आप के अंदर अंतरात्मा से लेकर पुरी काया तक में बहुत सारी धरोहरें हैं , जो समय के अनुसार क्षिंर्ण हो जाती हैं या कर दी जाती हैं ।
आप की संज्ञ्यनता में यदि आप के किसी भी प्रकार के धरोहर को क्षिंर्ण किया जा रहा है तो इसमें आप की खुद की मर्जी शामिल है ।
ऐसे लोग जो अपनी सारी धरोहरों को लुटा कर मान , सम्मान , यश और कीर्ति प्राप्त करते हैं । उनके पास अपना बचता क्या है ?
अंतरात्मा से लेकर पुरे काया तक के बीच में ?
ऐसे लोग इंसानों के बीच में , इंसानों के रुप में होते तो हैं लेकिन इंसान नहीं होते , भौतिकता की एक उपज मात्र होते हैं ।
मैं उन्हें इंसान मान सकता हूं , जिन्हें अपने अंदर के धरोहर का कुछ पता ही न हो और उनकी काया से कुछ लुट जाय । कम से कम अंतरात्मा तो स्वच्छ और निर्दोष बची रहती है ।
जैसे - जैसे ज्ञान और तजुर्बा होता जाता है । वैसे - वैसे वे अपने आप को समेटते जाते हैं ।
स्वर्ग लोक से पायी गयी धरोहरों की मृत्यु लोक में कीमत ही क्या है ? इसका पुरी तरह से एहसास होते - होते जीवन का अंतिम चरण आ जाता है ।
ऐसे ही लोग अपने पीछे आने वाले लोगों को इसका एहसास अच्छी तरह से करा सकते हैं । और कराते आ रहे हैं जिनकी वज़ह से आज भी ये कायनात टिकी हुई है ।
जो जान बूझ कर सारी धरोहरें लुटा देते हैं , ऐसे लोग किसी की रक्षा या सुरक्षा क्या करेंगे ?
ऐसे में अपने आत्मा और काया को यहां के माया से बचाने की कोशिश करें । आप यदि विचारशील , मननशील और समझदार व्यक्ति हैं तो  आप अपने सिवा किसी का कुछ भी बिगाड़ने का अधिकार नहीं रखते हैं ।

सोमवार, 30 अगस्त 2021

पैसे का लेन-देन कैसे करें

पैसे का लेन-देन इंसान की सकल सूरत देख कर और उसके रहन - सहन को सुन कर नहीं करना चाहिए , क्यों कि आप को उसके पीछे के असलियत का क्या पता  ? 

अच्छे लिबास या लच्छेदार बातों से किसी के किरदार साबित नहीं होते ।
पैसे का लेन-देन जिसके साथ करना है , उसकी खुद की  हैसियत और उसके खुद के कारोबार के अनुसार किया जाना चाहिए , जिससे अगर उसका कारोबार ढंफ हो जाय तो वो अपने हैसियत के अनुसार अपनी नीजी एवं चल - अचल  संपत्ति को इधर - उधर कर के आप के पैसे को वापस कर सकने की क्षमता रखता हो ।
यह बात इस लिए कह रहा हूं  कि जो लोग कुछ कर रहे हैं , वे लोग अपने छोटे या बड़े कारोबार में रमें हुए हैं । उनके पास स्वयं का एक तजुर्बा है । इसके बावजूद हर कारोबारी को अकस्मात किसी न किसी से अक्सर लेन - देन करना पड़ जाता है ।
लेकिन कुछ ऐसे लोग भी होते हैं , जो अपने दिमाग में कारोबार की पुरी रुपरेखा तैयार कर लेते हैं , लेकिन न तो धरातल पर उस करोबार को कभी किया है । न तो इस करोबार को करने वाले के साथ कभी रहे हैं  , और न तो कोई इसका अनुभव रहता है । ऐसे में इसे एक रिसर्च ही कहा जा सकता है ।
अगर निकल पड़ा तो फिर क्या पूछना ?
फिर तो चांदी ही चांदी , आगे चल कर सोना भी हो सकता है । 
लेकिन अगर डम्फ हुआ तो ?
उसकी सोंच , के अनुसार, उसका प्रेक्टिकल तो हो जाएगा लेकिन ,
आप के लागत की वापसी का क्या होगा ?
एक पुरानी कहावत याद आती है कि ,
हम तो डूबेंगे सनम ।
तुमको भी ले डूबेंगे ।।
मेरे कहने का मतलब आप समझ गए होंगे । इस लिए आप इस डूबने और डुबाने के चक्कर में न पड़ें तो ही अच्छा है ।
अगर आप के पास एक्स्ट्रा पैसा है , तो थोड़े पैसे से खुद कोई कारोबार कर के स्वयं प्रेक्टिकल करें जिससे आप को स्वयं में बहुत बड़ा अनुभव होगा । जो आप का नीजी प्रेक्टिकल कहलाएगा ।
इस बात का आप को कभी दुःख भी नहीं होगा कि मेरा ज्यादा पैसा किसी ने डुबा दिया और मैं कंगाल हो गया ।
नोंट - 
आप कितने धनवान हैं , इसकी कभी शो बाज़ी न करें ।
उपर बताए गए बातों के अनुसार काम करें ।
अगर आप के पास इतना पैसा हो कि लाख - पचास हजार डूब जाए तो भी कोई परवाह नहीं , तो इतने ही पैसे मैं लगा सकता हूं यह जरुर बताएं जिससे सामने वाले पार्टनर को जितना कम पड़ रहा है । उसकी वो व्यवस्था करेगा  । आप अपनी पुरी जमा पूंजी लगाने की जिम्मेदारी कभी न लें ।
अगर स्वयं ही कोई कारोबार करना हो तो भी अपनी पुरी जमा पूंजी से न करें , पहले थोड़े से करें और उसका रिजल्ट देखे फिर उसे आवश्यकता के अनुसार आगे बढ़ाएं ।
बहुत सारे कारोबार ऐसे भी हैं , जो ज्यादा पुंजी से ही होते हैं ।
यह ज्यादा पुंजी वाला कारोबार किसी का देख कर करने से पहले , आप ऐसे कारोबारी के साथ उनका हाथ बंटाने के तौर पर लग कर , या उनके कारोबार में काम करने के तौर पर लग कर सीखें और समझें । जिससे आप के मन में कोई संशय नहीं रह जाएगा । आप नये हैं इसका भी डर नहीं होगा ।
काम सीखना कोई बुरी बात नहीं है । जैसे भी सीखें मगर सीखना चाहिए ।

गुरुवार, 26 अगस्त 2021

प्रकृति का जो नीयम है

प्रकृति का जो नीयम है , जो स्वभाव है उसे ( ईश्वर ) अल्लाह के सिवा दुनियां का कोई भी व्यक्ति न बदल सकता है और न कोई बदलाव कर सकता है ।
इससे छेड़खानी करना मानव जीवन को विनाश की ओर ले जाने के बराबर है 

सोमवार, 23 अगस्त 2021

भय , भूख और बीमारी

भय , भूख और बीमारीइन तीनों से मानव जाति का बहुत गहरा नाता है । भय से मरना , बीमारी से मरना तो समझ में आता है , लेकिन भूख से मरना , कभी - कभी समझ से परे हो जाता है ।
भूख से किसी नवजवान , बूढ़ों या बच्चों का मरना पूरे मानव जाति के लिए इस पृथ्वी पर सबसे बड़े कलंक के समान है ।
पूरे पृथ्वी पर जितने मानव हैं , इसके कई गुना ज्यादा आहार भी इस पृथ्वी पर हैं , लेकिन किसी के भाग्य में भूख से मरना लिखा है , तो मैं और आप क्या कर सकते हैं ?
किसी के भाग्य को नहीं बदल सकते ।
इतना ज़रूर करें कि आप के साथ जो कोई भी हो । आप के आसपास जो कोई भी हो और आप के सुबह शाम टहलने के रेंज में जितने भी लोग आते हैं , उनमें से कोई भी भूखा न रह जाए । आप अपनी छमता के अनुसार ख्याल रक्खें ।

शनिवार, 7 अगस्त 2021

एक दिन कामयाबी जरूर मिलेगी

एक बार मेहनत करो या
एक बार प्रयास करो या
एक बार कुर्बानी दो , उनके लिए जिन्हें तुम अपना मानते हो चाहे वो जो भी हो , तब जा कर वास्तविकता का पता चलेगा कि तुमने सही किया या ग़लत ।
सिर्फ एक बार , सच्चाई जानने के लिए तुम्हें रिस्क तो लेना ही पड़ेगा ।
उसके बाद तुम्हारे मन के सारे भ्रम दूर हो जाएंगे । तुम पुर्ण रुप से आजाद हो जाओगे । 
फिर न तो तुम्हारे ऊपर कोई दबाव रह जाएगा और न तो किसी का प्रभाव । फ़िर तुम्हारी खुशियां और तुम्हारी आवश्यकताएं ही मात्र रह जाएंगी , जिनको हासिल करने के लिए तुम बार - बार मेहनत करो ।
बार - बार प्रयास करो ।
बार - बार कुर्बानी दो ।
मुझे यकीन है । एक दिन कामयाबी जरूर मिलेगी ।

शुक्रवार, 6 अगस्त 2021

चल पड़ा हूं सफ़र पे अब अपने

उठ गया हूं.... , तो कोई बैठेगा ।
चल पड़ा हूं सफ़र पे अब अपने ।।

अब सफ़र से तो कोई लौटेगा ।
उठ गया हूं.. , तो कोई बैठेगा ।।

खोना , पाना , आना , जाना ।
सदियों का है , ये खेल पुराना ।।

सोंच है कि सब-कुछ मिल जाए ।
सोंच- सोंच कर सारी उम्र गंवाए ।।

सबको परखा , सबको जाना ।
क्या कभी खुद को पहचाना ।।

शनिवार, 31 जुलाई 2021

फोन लगाने में प्राब्लम न हो सके

एक्सिडेंट , मर्डर , और गले से सोने के आभूषण खींचने वालों के भागने की स्पीड क्या हो सकती है इसकी कल्पना मैं ,आप या कोई भी कर सकता है ।
इनमें से कोई भी घटना अगर घटती है तो आप यदि यह चाहें कि मैं भी उसी स्पीड से किसी को फोन कर के सूचित कर दूं तो यह संभव नहीं है ।
क्यों कि जब आप फोन करते हैं तो सबसे पहले आप को प्रचार सुनाया जाता है । प्रचार के बाद ही पता चलेगा कि अगला व्यक्ति नेटवर्क कवरेज क्षेत्र के अंदर है या बाहर , यदि नेटवर्क क्षेत्र में है और फोन लग गया तो यह भी जरूरी नहीं है कि अगर इधर से आवाज़ सही जा रही है तो उधर से भी सही आवाज आएगी ही , फिर भी लोग तीन पांच कर के किसी तरह से अपनी बात कर ही लेते हैं ।
सबसे बड़ी बाधा तो प्रचार-प्रसार वाली है ।
क्या ऐसा नहीं हो सकता है कि जैसे प्रचार को हम सभी लोग टीवी चैनल पर देखते हैं जो नानस्केबिल होता है इसे आप अपने रिमोट से भगा भी नहीं सकते वैसे ही फोन कट होने के बाद कोई भी प्रचार हो उसे टेक्स्ट और वीडियो के माध्यम से एस,एम,एस कर दिया जाय ताकी किसी को भी फोन लगाने में प्राब्लम न हो सके ?