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शनिवार, 23 नवंबर 2019

इस दुनिया में

इस दुनिया में 99% लोग दुनिया की हकिकत से
वाकिफ नहीं हैं।
यही वजह है कि लोग अपने ही दर्द और ख़ुशी में जी
रहे हैं।
जिस दिन दुनिया की  99% हकीकत को जान लेंगे
उस दिन से जीना मुश्किल हो जाएगा।
हार्ट अटैक भी हो सकता है।

आज ही करो

खाने से भी मौत होती है।
बिना खाये भी मौत होती है।
गाड़ी चलाने से एक्सीडेंट हो जाता है
इसकी वजह से भी मौत होती है।
बिमार पड़ने से भी मौत होती है।
गोली लगने से भी मौत होती है।
मार लग जाने से भी मौत हो जाती है।
हार्ट अटैक से भी मौत हो जाती है।
मरने के लाखों रंग रुप हैं।
इस दुनिया में जो भी आया सब को
मरना है।
इस दुनिया में अमर होकर हमेशा हमेशा
के लिए जि़दा रहना नामुमकिन है।
फिर कल की आशा और ऊम्मीदें कैसी।
जो बिता है वह कल था।
जो आने वाला है वो भी कल है।
उसका क्या  ?
जो कुछ भी है वो आज है।
सब कुछ आज में ही होता है।
कल तो सिर्फ टालने के लिए होता है।
रात को सो गये।
जब सुबह उठे तो आज हो गया।
कहां गया कल ?
इस लिए मरने के लिए हर पल तैयार रहो।
कल पर कुछ मत छोड़ो जो करना है
आज ही करो।

रविवार, 17 नवंबर 2019

जिद

मामला यह नहीं है कि तुमने मुझे चाहा या नहीं। मामला ये है कि मैने तुम्हें चाहा है। इस लिए दुनियां से तुम्हें छीन लेने कि जिद और जुनून है मेरे अंदर।

मैने जो चाहा

मैने जो चाहा वो मुझे कम मिला। मैने जो नही चाहा वो मुझे ज्यादा मिला। फिर भी मैं खुश हूं, और रहूंगा भी। क्यों कि यह दुनिया बनाने वाले की मरजी है मेरी नहीं। किस्मत उसके हाथ में है। मेरे नहीं।

शनिवार, 16 नवंबर 2019

दिल भी तेरा दिमाग तेरा है

दिल भी तेरा दिमाग तेरा है ।
तेरे जुल्मो ने तुझको घेरा है ।।

उन बुरे वक़्त को जरा सेंचो ।
आज जो हो वो सब मेरा है ।।

सोंच अपनी जुबान अपनी है

सोंच अपनी जुबान अपनी है ।
झूठ सच की दुकान अपनी है ।।

तेरे सोंचो पे किसका पहरा है ।
उठो, चलो, जहांन अपनी है ।।

उसको देखा तो उड़ गयी नींदे ।
नई दुल्हन में मकान अपनी है ।।

कब, क्या, कैसे, तुम्हें पाना है ।
ये समझने का ग्यान अपनी है ।।

बढ  रहा  है  जावेद  भीड़  का समंदर ।
बेरोजगार हूं ये कहने में शान अपनी है ।।

बुधवार, 13 नवंबर 2019

सपने

कुछ सपने ऐसे होते हैं जिन्हें लोग देखते तो जरूर हैं मगर उन्हें पूरा न कर पाने की वजह से खुद से समझौता कर लेते हैं। आप सभी लोग जानते हैं कि इस दुनियां में असंभव नाम की कोई भी चीज नहीं है। वहां तक संभव है जहां तक आप अपनी कल्पना कर सकते हैं। बस आप को अपने सपनों को हकिकत में बदलने के लिए उतने ही प्रेम में डूबना होगा जितने प्रेम में डूब कर आप ने सपनों को देखा है। यहां 95 % लोग अपने सपनों से समझौता कर के सारी जि़दगी उसी सपने में जीते हुए मर जाते हैं। यहां किसी के सपनों से किसी का कुछ लेना देना नहीं है। सपना आप का है पूरा भी आप ही को करना है। मैं सिर्फ इतना बता सकता हूँ कि इस दुनिया में सबसे ज्यादा आप जिस से मुहब्बत करते हैं उससे ज्यादा आप अपने सपनों से करें। दिल और दिमाग मे हर वक्त, हर पल, हर लम्हा सिर्फ सपना होना चाहिए। इतनी दीवानगी होनी चाहिए कि आप को कहीं कुछ अच्छा न लगे। किसी की बात में न मन लगे न अच्छा लगे। रात में नीद न आए । बिस्तर काटने को दौडे। उसी वक्त घर से बहार निकल कर सपने में डूबे टहलने पर मजबूर कर दे तब जाकर आप को अपने सपनों को साकार करने का रास्ता मिलना शुरू होगा। यहां सपने हासिल करने में कम छीनने में ज्यादा जुनुन पैदा करना पड़ता है। जितना जुनुन होगा उससे कहीं ज्यादा अपने अंदर जिद भी पैदा करन पड़ेगा।

मंगलवार, 12 नवंबर 2019

मुझ से छुप कर

मुझसे छुप कर के कोई आके गुजर जाता है ।
जाने क्यों जान कर वो दिल मेरा तड़पाता है ।

क्यों तड़पता है किसी और की चाहत में वो ।
मुझको तड़पा के भला कैसी खुशी पाता है ।

मन के मन्दिर में जो तस्वीर नज़र आता है ।
मैने चाहा है सनम दिल का तुमसे नाता है

तेरी गलियों से गुजर कर के भी खामोश हैं हम ।
बेवफा तेरा ही गंम हर वक्त मुझे खाता है ।

तुमको जावेद कभी भुल नहीं पाएगा ।
एक तू ही है जो दिल को मेरे भाता है ।
       

शनिवार, 9 नवंबर 2019

दिल से चाहा

जिसने हमेशा हमको दिल से चाहा
वही आज हमको भुलाने लगा है ।

मोहब्बत का सौदा खुद कर रहा है।
किसी और का गीत गाने लगा है ।

जमाने से भी कोई सिक्वा नहीं है।
वो खुद रंग अपने दिखाने लगा है ।

हमें दुसमनों की जरूरत ही क्या है।
जो अपना था वो ही जलाने लगा है

हमें जख्म अपनो ने ईतने दीये हैं।
दर्द भी दर्द से मुंह छुपाने लगा है ।

वफा का सिला बेवफाई से दे कर।
मुहब्बत को दिल से मिटाने लगा है ।

मुझको पता है वो बदला है जावेद।
कि झुठी कसम मेरी खाने लगा है

       

तूफान ए गोरी

मारी मुस्की मचावेलु तुफान ए गोरी ।
अपने दिल के बना ल मेहमान ए गोरी ।।
सपना तुहार आवे राती के जगावेला ।
सारी सारी रात हमके नींद नाहीं आवेला ।।

मोरा तुहरे में बसेला। परान ए गोरी ।
अपने दिल के बना ल मेहमान ए गोरी ।।
काम करीं कहीं मन तुहरे पे अटके ।
मन नाहीं लागे दिल तुहरे से हटके ।।

तूँ त जान सब भईलु अन जान ए गोरी ।
अपने दिल के बना ल मेहमान ए गोरी ।।
असरा तुहार बाटे सरधा पुरा द।
कईसे मनाईं मन के एतना बता द ।।

कईले बानी तुंहसे प्यार के एलान गोरी ।
अपने दिल के बना ल मेहमान ए गोरी ।।
र ह तइयार सजनी डोली लेके आइब ।
आपन दुलहिनियां हम तुँहके बनाइब ।।