हर रिश्ते में नोक झोंक, उतार चढाव, सुख दुःख आते जाते रहते हैं जिसे भूल , गलती और गलत फ़हमी माना जा सकता है मगर जब कोई भूल या गलती बार बार दोहराई जाए तब वो भूल और गलती नहीं होती बल्कि जलन और नफरत होती है जिसे भूल और गलती का नाम दिया जाता है इससे वैसे ही निपटो जैसे सामने वाला पेश आता है ।
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