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बुधवार, 3 जून 2020

गायकी के मार्गदर्शक

मोहम्मद रफी साहब तो आज हमारे बीच नहीं हैं मगर 
गायकी की दुनियां में जो आवाज़ वे छोड़ गये हैं वे आवाज़ अब दुबारा नहीं आएगी क्यों कि उनके अंदर गाड गिफ्टेड ईश्वरीय प्रदत्त आवाज थी जो किसी भी भाषा में गाने की छमता रखते थे ।
रही साहब ने बहुत सारे ऐसे गाने गाये हैं जिन्हें सुनने के
के बाद दिल और दिमांग में छा जाते हैं जिन्हें भूल पाना
मुमकिन नहीं । कहीं बहुत दूर से भी गाने की आवाज़
सुनाई पड़ जाए तो मन अपने आप ही गुनगुनाने लगता है आज उनकी आवाज़ नये गायकारों के लिये एक मार्गदर्शक के रुप में है ।

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