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गुरुवार, 21 जनवरी 2021

मरना कोई नहीं चाहता

पाना तो सभी चाहते हैं ।
खोना कोई नहीं चाहता ।

लेना तो सभी चाहते हैं ।
देना कोई नहीं चाहता ।

जीतना तो सभी चाहते हैं ।
हारना कोई नहीं चाहता ।

जीना तो सभी चाहते हैं ।
मरना कोई नहीं चाहता ।

हक़दार होना तो सभी चाहते हैं ।
हक़ को निभाना कोई नहीं चाहता ।

ये सब , लोगों की चालांकी भरी मान्सिकता सिर्फ है । जब कि किसी के बस में कुछ भी नहीं है । सब कुछ उसके बस में है , जिसने इस दुनियां को बनाया है । वो जिससे जो करवाना चाहता है , करवा लेता है ।

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