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मंगलवार, 2 मार्च 2021

जरुरतें और सोंच

पहले संसाधन कम थे , तो लोगों की जरुरतें और सोंच उन्हीं संसाधनों के अनुसार थीं ।
आज़ संसाधन बहुत ज्यादा बढ़ गये हैं । इस लिए लोगों की जरुरतें भी बढ़ गई हैं , और सोंच भी बढ़ गई है ।

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