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बुधवार, 31 मार्च 2021

सभी आप को ठगने वाले मिलेंगे

किसी पर सर्वस्व न्यौछावर कर देना , आप की मजबूरी है ? आप की ज़रुरत है ? आप का भरोसा है ? आप का विश्वास है ? कोई आप का अपना सगा है ? कोई गैर है मगर अपनों की तरह है ? या अटूट प्रेम है ?
एक हज़ार लोगों में एक ऐसा व्यक्ति मिलेगा जो आप की इस सोंच को क़ायम रक्खेंगा बाकी सभी आप को ठगने वाले मिलेंगे ।

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