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गुरुवार, 8 अप्रैल 2021

स्वार्थ के हज़ारों रुप रंग होते हैं

स्वार्थी व्यक्ति के अंदर स्वार्थ के हज़ारों रुप रंग होते हैं ।
स्वार्थी का स्वार्थ जब प्रबल हो जाता है , तो अपने शिकार को किसी न किसी रूप रंग में रंग ही लेता है ।

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