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शुक्रवार, 9 अप्रैल 2021

लोग क्या कहेंगे ?

लोग क्या कहेंगे ? लोग क्या सोचेंगे ? इसे तुम्हें सोंचने की जरूरत नहीं है । लोगों ने तो संतों और महापुरूषों को नहीं छोड़ा , तो तुम क्या हो ?
लोग हैं कौन ?
ये वही लोग हैं , जो तुम्हें जानते हैं , और तुम उन्हें जानते हो इसके सिवा किसी को न फुर्सत है , और न जरूरत है , कि वो आप को सोचे और कुछ कहे , क्यों कि वो तुम्हें जानता ही नहीं ।

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