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गुरुवार, 5 मार्च 2020

माँ , बाप

दुनियां बनाने वाले ने आप को दो लोगों के माध्यम से 
इस दुनियां में भेजा है ।
एक महिला और एक पुरूष जिसे हम मां, बाप के रूप में जानते हैं इन माध्यम की हमें पूजा करना चाहिए लेकिन 
अगर पूजा नहीं कर सकते तो कम से कम सम्मान और 
इज्ज़त तो दे ही सकते हो। कभी भी इनकी सेवा शर्तों और बदले पर मत करना इनकी सेवा हमेशा निस्वार्थ भाव से करना क्यों कि इनके दिलों के तार सीधे उससे जुड़े हैं जिसने तुम्हें दुनियां में भेजने के लिए ऐसे माध्यम को चुना अगर माध्यम को आप से जरा भी कस्ट हुआ तो उसे भी होगा जिसने आप को इस दुनिया में भेजा है ।
निस्वार्थ भावना से की गई सेवा ही आप के सफलता का 
कारण बनेगी कभी इनसे पाने की आशा मतकरना सिवाये देने के क्यों कि इनके दुनियां से जाने के बाद भी इनकी आत्मा तुम्हारे सुरछा और कामयाबी के लिए आप के आस पास ही आती जाती रहेगी जैसा कर्म आप का हुआ है वैसा ही परिणाम भी आप को मिलेगा। 

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