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रविवार, 8 मार्च 2020

धंधा

लोकतंत्र में सबसे बड़ा धंधा राजनीति का है। और राजनीति का धंधा जनता से चलता है। 
जनता है तो धंधा है जनता हटी तो धंधा खत्म। 

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