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गुरुवार, 18 फ़रवरी 2021

समस्या कहीं से बन कर नहीं आती है

समस्या कहीं से बन कर नहीं आती है ।
अपने ही बीच से समस्याएं पैदा होतीं हैं , और अपने ही बीच समस्याएं खत्म भी होतीं हैं ।
कुछ लोग हैं जो समस्याएं पैदा करना जानते हैं , मगर अपने ही पैदा किए हुए समस्याओं को हल करना नहीं जानते ।
कुछ लोग हैं जो समस्या पैदा करना नहीं जानते , लेकिन समस्याओं को हल करना बहुत अच्छी तरह से जानते हैं ।
सर्वगुणसंपन्न कोई नहीं होता , कुछ न कुछ कमियां सभी के अन्दर होती हैं ।
सीख हमें हर क़दम पर हर इंसान से मिलती है । 
किसी की  निन्यानबे अच्छाईयों को छोड़ कर एक कमी को पकड़ कर देखेंगे तो वो निन्यानबे अच्छाईयां नज़र नहीं आएंगी , और यदि निन्यानबे अच्छाईयां पकड़ कर देखेंगे तो वो एक कमी धुमिल पडजाएंगी जो नज़र नहीं आएंगी ।
अब आप के ऊपर निर्भर करता है , कि आप सीखना क्या चाहते हैं ? अच्छाईयों को या बुराईयों को ।
अच्छाई भी साथ होती है और बुराई भी साथ होती है ।
जब जिस चीज़ का परसेंटेज ज्यादा हो जाता है , तब उसका परिणाम भी वैसा ही सामने आने लगता है ।
अच्छाईयों के परसेंटेज को बढ़ाना ही बुद्धिमानी और सफलता है । हर तरह के लोग हैं यहां । कुछ तो राह चलते अच्छाईयां दे जाते हैं , और कुछ लोग तो बुराईयां राह चलते दे जाते हैं । 
जैसा फूल होता है , वो वैसी ही खुश्बू बिना मांगे ही फैलाता है  । जैसे लोग होते हैं , वे वैसे ही विचार बिना किसी के कहे ही फैलाते हैं ।

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