दुनियां में तो जरुर उसका कुछ बिगड़ता है , क्यों कि तुम दिन रात सिर्फ उसके बिगाड़ने में ही लगे रहे , लेकिन वहां उसका बनता रहा जहां उसे इस दुनियां को छोड़ कर एक दिन जाना है । उसके लिए वहां तुमने ही बनाया है । यहां उसका बिगाड़ कर ।
जब किसी का बिगाड़ते हो , तो तुम्हारा दुनियां में भी बिगड़ता है , और वहां भी बिगड़ता है ।
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