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रविवार, 28 फ़रवरी 2021

सब्र कितने प्रकार के होते हैं ?

सब्र कितने प्रकार के होते हैं ? 
मेरे सर्वे के अनुसार सब्र मुख्यत: दो प्रकार के होते हैं ।जैसे 1- वास्तव में सब्र करना जैसे करने के लिए कहा गया है । 2-जब कोई रास्ता ही न रह जाए , जब कोई वश न चले , जब इंसान मजबूर हो जाय तब वह अपने आप से , अपने हालात से समझौता कर लेता है । इसी को वह अपने लोगों को बताता है कि मैंने सब्र कर लिया , और लोग भी समझते हैं कि वास्तव में उसने बहुत सब्र किया है । सब्र का फल ज़रुरी नहीं है , कि आप को आप के मर्जी के मुताबिक मिले । आप का काम है सब्र करना , और आप के हालात के अनुसार , आप के भाग्य के अनुसार फल मिलते हैं । कभी - कभी ऐसा भी होता है , कि आप के सब्र से भी आप को आप के जीवन में कोई फल नहीं मिलता . आप के पीछे आने वाले आप के नये जनरेशन को मिलता है । इस बात को बहुत सारे लोग नहीं जानते , अगर यह जान जाएं कि हो सकता है , कि इस सब्र का फल मुझे नहीं बल्कि मेरे पीछे आने वाले लोगों को मिलेगा , तो लोग सब्र करना छोड़ सकते हैं । क्यों कि सब्र में बहुत परेशानियां और तकलीफें होती हैं ।इसी वजह से ही शायद लोग कहते हैं , कि आज आप जो कुछ भी हैं । यह सब आप के पुर्वजों के अच्छे कर्म और त्याग से ही हैं । ऐसा नहीं है कि सब्र का फल कामयाबी और अमीरी से ही मिले । सब्र का फल लंबी उम्र ( हयात ) के शक्ल में भी मिल सकती है ।

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