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mai javed ahmed khan [ javed gorakhpuri ] novelist, song / gazal / scriptwriter.
mare is blog me aapka dil se swaagat hai.
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बुधवार, 17 अप्रैल 2019
भाग्य
भाग्य के अनुसार कर्म की रेखाएं बन्ति और बिगड़ती है । जब कि ऐसा नहीं है । हकीकत यह है कि भाग्य के अनुसार कर्म की रेखाएं संसार में जन्म लेने से पहले ही बन जाती है । इन्सान वही कर्म करता है जो उसके भाग्य में लिखा है इसके सिवा वह कुछ नहीं कर सकता है ।
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