किसी कि दि हुई कुछ निशानी ।
किसी कि मुहब्बत भरी मेहरबानी ।।
महकती मेरी रात भी खुशबुओं से ।
मुकद्दर में होती अगर रात रानी ।।
मेरे देस्तों वक्त आया है ऐसा ।
हो गया आज दूध से मंहगा पानी ।।
बदल जाएगा सारा मंजर यहाँ का ।
हकीकत कि है एक नई ये कहानी ।।
गुजरेगी क्या उस वक्त दिल पे जावेद ।
करेगा कोई जब गलत बज्जबानी ।।
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